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About Us

Welcome to the Nageshwar Goushala

श्री नागेश्वर पार्श्वनाथ गौशाला पांजरापोल

उद्भव
वर्षो का मानवीय जीवन, माता पिता के संस्कारों ने बार बार सोचने को मजबुर कर दिया ………..तु क्या कर रहा है…………घ् तुझे मनुष्य जन्म मिला है वो भी बिना परिश्रम के घ् क्या कुछ किये बिना ही बिता देगा घ् घ् घ् बस 36 गोवंश की तस्करी कर ले जाये जा रहे गोवंश की तस्कारो से मुक्ति की घटना आश्रय व्यवस्था के इन प्रश्नो के साथ 2001 की घटना ने गो सेवा और जीव दया से हमेशा के लिये जोड दिया………. भगवान श्री राम ,श्री कृष्ण , श्री महावीर , श्री नानक ने अपने जीवन का आधर गो सेवा जीव दया रहा और अपने राज्य मे जीते जी कभी जीव हत्या गो हत्या नही होने दी । जैन धर्म के वर्तमान शासनसधिपति प्रभु श्री महावीर स्वामी के शासन मे धर्म का पाया अहिंसा जीव दया से है। हर एक मनुष्य को उसका प्राण प्रिय होता है । मनुष्य उसके प्राण की रक्षा खुद करता है और दुःख से मुक्त होके सुख की खोज करता है । जबकि पशु धन को भी अपने प्राण प्यारे होते है पर अपने दुःख को व्यक्त नही कर सकते । पुर्व कालीन संस्कृति मे हर मानव के पास पशु होते थे और वृद्व होने की दशा मे अच्छी से पालन पोषण भी करते। समय परिवेश बदलने लगा उपयोगी पशु का पोषण ही होने लगा और अनुपयोगी जो दुध आदि न देने वाले पशु , बछडे , भेस आदि को असहाय छोड देते , फिर यत्रा तत्रा भटकाव होता । ऐसी दशा मे जीव का कत्लखाने खने जाने का मार्ग सुलभ हुआ। बस यही से आवश्यकता प्रारम्भ हुई गौशाला यानि पांजरापोल की …….. मान्यवर।

गो माता के अनुपम योगदान के लिये सम्पुर्ण हिन्दुस्तान और हिन्दुत्व ऋणी है………..गो माता के इस ऋण का उपकार हम कैसे चुकायेगे घ्घ्घ् , आज गोवंश  पीडा मे है ……दर्द से कराह रहा है। यह हम सब के लिये दुर्भाग्य है……. भगवान श्री महावीर श्री राम ,श्री कृष्ण श्री नानक  के देश में क्या जीवो की हत्या ऐसे ही होती रहेगी। नही कभी नही ………

हम सब मिलकर गो सेवा और जीव दया को संरक्षण देकर अपनी संस्कृति ऋण से उऋण होने का प्रयास करेंगे। कुपया गो माता के धर्म पुत्रा बनकर एक गाय को एक वर्ष के लिये गोद लेकर ……इस दुःख को मिटा दो। ऐसी हमारी कर बद्व प्रार्थना है। गौशाला मे 305 गोवंश की सेवा हो रही है । गौशाला मे आश्रित गोवंश के लिये पालन पोषण करना हमारे लिये दुभर हो रहा है। प्रति गोवंश प्रति वर्ष 21000/ प्रदान कर अनुगृहित करावें । इस उत्कृष्ठ कार्य में आपश्री यथा ष्शक्ति दान सहयोग दे  के विशेष सहयोगी बने ऐसी हमारी विनम्र प्रार्थना है ।

धर्म पुत्र बने प्रति गोवंश प्रति वर्ष 21000/-
देय दान आयकर की धारा 80 मे आयकर छुट योग्य । 

सज्जनो पांजरापोल गौशाला में गोधन की संख्या बढने लगी परन्तु निभाव खर्च पालन पोषण के लिये राशि घटने लगी। इसी कारण गौशाला पांजरापोल का निभाव संचालन करना अत्यन्त मुश्किल हो गया है।

अनुरोध है कि आपकी पुण्य से संचित राशि में कुछ अंश का सहयोग जीवो के हित में कल्याण कारी बनेंगें। इस जीव दया के उत्कृष्ठ कार्य में सहयोग देकर कृतार्थ करे ऐसी हमारी विनम्र प्रार्थना है गौशाला में गोवंश ही नही सभी प्रकार के पशधन को आश्रय दिया जाता है।

भोगोलिक स्थितिः- गाॅव बाॅसडा

श्री नागेश्वर पाश्र्वनाथ गौशाला बाॅसडा राजस्थान कि उदयपुर जिला मुख्यालय से भीण्डर खेरोदा, धरियावद ,प्रतापगढ मार्ग पर उदयपुर से 50 किलो मीटर व भीण्डर से 8 किमी पहले मुख्य मार्ग पर व उदयपुर मंगलवाड ,चित्तोड नेशनल हाईवे पर स्थित कीर की चोकी से पहले वाना गाॅव से 5 किमी साइड में रोड से लिंक बाॅसडा गाॅव में स्थित है।

पंजीयन एवं मान्यता प्राप्त
1 02 /उदयपुर / दिनाॅक 23.04.2001 संस्था अधिनियम नागेश्वर ज्ञान विकास संस्थान द्वारा संचालन
2 आर . जे . 326/चैन्नई /भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड चैन्नई भारत सरकार
3 323 / जयपुर /दिनाॅक 17.8. 2001 पशु पालन विभाग गौशाला अधिनियम

इन्कम टेक्स पंजीयन एवं मान्यता प्राप्त
इन्कम टेक्स में पंजीयन आयकर विभाग से (12A & 80 G )NAGESHWAR GYAN VIKAS SANSTHAN REGISTRATION FORM 10AC NO. identification NO.AAATN3755DE2021501 & APPLICATION NO. 372248430270821 & UNIQUE REGISTRATION NO. AAATN3755DE20215 DATE OF REGISTRATION 24-09-2021 VAILD AY 2022 TO 2026-27

गौशाला में गोवंश - गोशाला में असहाय , तिरस्कृत , विकलांग, बिमार सभी तरह के पशु धन के साथ गो तस्करी में अवेद्य रूप से परिवहन कर ले जाये जा रहे गोधन को पुलिस व गोभक्तो के द्वारा मुक्त करवाये जाकर गौशाला में पालन पोषण के लिये सुर्पुद किया जाता है इस प्रकार वर्तमान में - 305 गोवंश आश्रय पा रहे है यह संख्या घटती बढती रहती है ।

समिति संसाधनो में संचालित गौशाला- वर्तमान में गौशाला अन्र्तगत 305 गोवंश आश्रय पा रहे है ।यह संख्या बढती व घटती रहती है। गो वंश के अनुपात में छाया का अभाव है । हमारे पास 150 गोधन के रखने की ही व्यवस्था है जिससे सभी के लिये न्याय नही कर पाते। सिमित संसाधन होने से गोवंश बरसात में कीचड व सर्दी में खुले सह कर ठिठुरना पडता है ।हमारी इच्छा रहती है कि आने वाले सभी गो धन को आश्रय दे पर छाया व धन का अभाव रहता है । हम आप से आशान्वित है|

गौशाला में उपलब्ध संसाधन भवन शेड
टेक्टर व ट्राली भेंटः- 8 लाख परम पुज्य प्रन्यास श्री व्रज सेन विजय जी महाराज साहेब , प. पु. आचार्य देव श्री मन मोहन सुरीश्वर जी मसा, प.पु. आचार्य देव श्री हेम प्रभ सुरीश्वर जी मसा ने प. पु. आचार्य देव श्री मुक्ति प्रभ सुरीश्वर जी म सा के आग्रह को स्वीकार कर गौशाला को टेक्टर व ट्राली दिलाई । सौजन्य दाता दानवीर माताजी श्री जीवी बेन मोती चन्द देवराज दोढीया परिवार । माता जी श्री रतन बेन जीवराज गोसराणी पडाणानी की पावन स्मृति में । द्वाराः- जया बेन चुन्नी लाल दोढीया , दीपा , पारस, प्रियन, हीता , जयेश, रिद्वि , नेहा, अवनि , सतीश , हश्वी , रूही निवासी हालार नवागाम जामनगर हाल मुकाम लन्दन । माध्यम व आधार श्री हलार विशा आदि जिन सेवा ट्रस्ट जामनगर।

1 मुख्य द्वार( नाम नकरा सहयोग):-
मुख्य द्वार के यहां नाम लिखवाने के लिये उस प्राप्त राशि से गौशाला का विकास हो इसी भावना से मेवाड देशोद्वारक आचार्य श्री जितेन्द्र सुरीश्वर जी म.सा. के शिष्य आचार्य श्री निपुर्ण रत्न सुरीश्वर जी मसा व प्रणी मित्र श्री कुमारपाल वी. शाह वर्धमान सेवा केन्द्र धोलका की प्रेरणा से श्री गोत्तम भाई जैन निवासी मेंगलवा जालौर हाल मुकाम मुम्बई ( श्रीमती लहरी देवी कुन्दनमल जी जैन ,श्री मती गेरादेवी जेठमल बालगोता मुम्बई चेन्नई )ने 211000/ एवं श्री हाॅग काॅग जैन संघ ने समस्त महाजनम मुम्बई के माध्यम से 311000/ का सहयोग प्रदान किया जिनके शीलापट अंकित है।

2. घास गोदाम (1) :-
5 जुन को आये तेज अंधेड तुफान ने पांजरापोल गौशाला के तीन टीन शेड व घास गोदाम नष्ट होगये । उस दरमियान परम पुज्य आचार्य देव श्री मद् विजय रामचन्द्र सूरीश्वर जी महाराजा के साम्राज्यवर्ती आचार्य श्री मुक्ति प्रभः सुरीश्वर जी मसा , परम पुज्य प्रन्यास प्रवर श्री पुण्यकीर्ति विजय जी मसा. के शिष्यरत्न गणिवर्य श्री पद्म कीर्ति विजय जी मसा एवं मुनि श्री भव्य कार्ति विजय मसा विहार दरमियान गौशाला पधारे। व्यवस्था देखकर घास गोदाम व छाया की कमी लगी इस पर जिन शासन जिर्णोद्वार समिति मुम्बई ने 5 लाख व सम्भवनाथ महाराज ट्रस्ट सदाशिव पेठ पुना, श्री सुभानपुरा धार्मिक और धर्मादा ट्रस्ट बडोदा , दान प्रेम रामचन्द्र सुरी आराधना भवन रतलाम के सहयोग से 80×40 का गोदाम बनवाया गया।

3. घास गोदाम (2) :-
परम पुज्य आचार्य देव श्री मद् विजय रामचन्द्र सूरीश्वर जी महाराजा के साम्राज्यवर्ती आचार्य श्री मुक्ति प्रभः सुरीश्वर जी मसा ए आचार्य श्री प्रभः सुरीश्वर जी मसा अ गणिवर्य श्री पद्म कीर्ति विजय जी मसा एवं मुनि श्री भव्य कार्ति विजय मसा की पावन प्रेरणा से 85×45 का गोदाम बनवाया गया।

4. पशु शरण गृह (1) :-
प्रथम तंबू शेड:-भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड चैन्नई भारत सरकार के सहयोग से तंबू में 140×27 की साइज का 2015 में बनवाया गया जिसमें 50 गोधन को रखने की क्षमता है।

5. पशु शरण गृह (2) :-
गौशाला के संरक्षक कथा व्यास श्री कृष्ण किंकर जी महाराज प्रथम कथा वक्ता जो नित्य प्रति गुरू पुर्णिमा के अवसर पर गोधन के लिये सहयोग प्रदान कर रहे है आपकी सहधर्मिणी श्री मती सरोज त्रिपाठी पुत्र श्री कृष्ण तनय व श्री मधुवन त्रिपाठी भीलवाडा एवं विगत 10 वर्ष से गो सेवारत श्री शशि देव शर्मा निवासी गांजीयाबाद उ.प्र. ने 30×40 का शेड का निर्माण करवाया।

6. पशु शरण गृह :- गणिवर्य पुज्य श्री पद्म कीर्ति विजय जी मसा व गणिवर्य पुज्य श्री भव्य कीर्ति जी मसा की प्रेरणा से मलाड चर्तुमास मे श्रावको व संघ से प्राप्त सहयोग स्वर्गीय श्री कन्हेया लाल जी खुरदिया की पुण्य स्मृति मे श्री मती कंचन देवी जी , C.A. श्री कमल कुमार जी , श्री अशोक कुमार जी , श्री अरूण कुमार जी, श्री अजित कुमार जी खुरदिया उदयपुर स्वर्गीय श्री प्रेमराज जी बेताला की पुण्य स्मृति मे श्री मती पुतल देवी जी , श्री राजेन्द्र कुमार जी , श्री हुलास चन्द्र जी , श्री दिनेश कुमार जी , श्री गजराज जी , श्री महेश कुमार जी बेताला निवासी ईन्दौर नागपुर गुवाहाटी। आचार्य श्री मुक्ति प्रभ सुरीश्वर जी मसा व आचार्य श्री पुण्य प्रभ सुरीश्वर जी मसा की प्रेरणा से श्री मती बिना बेन श्री धनंजय भाई शाह, शाह श्री रत्नांग भाई श्री शरद भाई जी , शाह श्री समकित भाई श्री धनंजय भाई शाह ,शाह श्री निकेत भाई श्री महेश भाई शाह बडौदा गुजरात स्वर्गीय श्री मती धनी बाई व्यास मेनारिया की स्मृति में श्री लक्ष्मी लाल जी व्यास श्री गोपी लाल जी व्यास निवासी बॉसडा हाल मुकाम पुना से प्राप्त सहयोग से 80×40 का टीन शेड बनवाया

पशु शरण गृह:- (जो तुफान से नष्ट हो गये वर्तमान में नही है पर नीव के पत्थर है 2001,2002,2003 में बनवाये गये )

प्रथम शेड:- श्री केशरी चन्द जी मेहता राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारत कृषि गो सेवा संघ मालेगाॅव नासिक एवं श्री पद्म चन्द जी राजेश कुमार जी मोदी निवासी गुवाहाटी आसाम ने पुज्य माता जी पिता जी श्री जालम चन्द जी व श्री मती मनोहर देवी की स्मृति में 2002 में टीन शेड बनवाया गया।

द्वितीय टीन शेडः- गौशाला के नींव के पत्थर व मुख्य संरक्षक स्व श्री प्रेमराज जी बेताला निवासी ईन्दोर के सुपुत्र श्री राजेन्द्र कुमार बेताला गुवाहाटी, श्री दिनेश कुमार ,श्री महेश कुमार बेताला नागपुर श्री हुलास चन्द्र, श्री गजराज बेताला इन्दोर व श्री नरेश कुमार जी उमेश कुमार जी डागा , श्री सोहन लाल जी जैन निवासी नागपुर के सहयोग से टीन शेड बनवाया जो नष्ट हो गया।

कार्यालय:- समाजसेवी श्री भवंर लाल दलीचन्द जी बोहरा निवासी मोलेला हालमुकाम वाशी नवी मुम्बई व राष्ट्रसन्त श्री कमल मुनि कमलेश जी मसा की दीक्षा जयन्ती के उपलक्ष्य में सांसारीक भ्राता प्रोफेसर डाॅ शान्ति लाल जी नागोरी निवासी बुन्दी नें 2003 में 30×20 का बनवाया गया

ट्युब वेल:- स्व श्री प्रेमराज जी बेताला निवासी के परिवार द्वारा 2002 करवाई गई जिसमे अब पानी नही है। श्री उकार लाल जी पिता श्री कमलाशंकर जी मेनारिया ठाकरोत निवासी मेनार ने अपने पुत्र व पत्नी की स्मृति में करवाई । श्री शान्ति लाल जी नागोरी निवासी डॅुगला हाल मुकाम बुन्दी ने करवाई ।

श्री कृष्ण मन्दिर व मुर्ति:-- 1 मन्दिर निर्माण श्री सुखलाल जी साहु तेली निवासी भीण्डर व श्री महावीर प्रसाद हाथी जैन व श्री कृष्ण किंकर जी महाराज भीलवाडा सहयोग से बनवाया गया। श्री कृष्ण गोपाल मुर्ति:- श्री उॅकार लाल जी श्री कमलाशंकर जी मेनारिया ठाकरोत निवासी मेनार द्वारा भेंट की गई

पानी की होदी व खेलीः- प्रथम पानी की खेली स्व श्री मगन लाल जी मारू निवासी खेरोदा ने 2002 में बनवाई। द्वितीय पानी की खेली गणिवर्य पुज्य श्री पद्म कीर्ति विजय जी महाराज सा की प्रेरणा से श्री मन मोहन पाश्र्वनाथ जैन मन्दिर पुना के सहयोग से 2017 में 4×30 साइज की बनवाई।

नामश्री श्याम चौबीसा
सस्थापक सचिव व संचालकश्री नागेश्वर पार्श्वनाथ गौशाला
शिक्षाबी. ए. बीएड (अंग्रेजी माध्यम)
सम्मानगो सेवा के क्षैत्र मे उत्कृष्ट कार्य करने पर राज्य सरकार द्वारा सम्मान

प्राणी मित्र श्याम चौबीसा सस्थापक सचिव व संचालक

प्रभु कृपा का प्रसाद कि इस कलियुग में परमात्मा ने मानव जन्म दिया यही भाग्य का उदय होना स्वीकार करना चाहिये। सामाजिक जीवन में जीवन जीते हुए मन ने झकझोरा कि क्या कि मनुष्य का जीवन मिला और यह युॅही बीत जायेगा । बार बार मन की बेचेन स्थिति ने कुछ कर गुजरने का संकल्प कराया और सेवा का संकल्प लेकर पशु रक्षा जीव रक्षा गो रक्षा की ओर कदम बढाया ।

संकल्प को परमात्मा पुरा करते है । हुआ युॅ के गोतस्कर 36 गो वंश को कत्लखाने ले जा रहे थे तो उनको गो सेवको के सहयोग से मुक्त करवाकर आश्रय प्रदान किया। तभी से सेवा भावना बलवती होती गई और कारवां जुडता गया जो सभी के सहयोग से अनवरत जारी है। मेवाड ही नही सम्पुर्ण राजस्थान में सेवा के प्रकल्पो के साथ जुड कर सेवा यज्ञ जारी है।

जिला पशु कलयाण अधिकारी भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड भारत सरकार
प्रदेश संगठन महामंत्री गो ग्राम सेवा संघ राजस्थान
महामंत्री मेवाड गो रक्षा समिति (उदयपुर संभाग)
नाॅन साइन्टिफिक सोसियल अवेयर मेम्बर (इथिक)- पशु विज्ञान महाविद्यालय
पुर्व प्रदेश मंत्री राजस्थान गो सेवा समिति
निदेशक- श्री सरस्वती उच्च प्राथमिक स्कुल बाॅसडा, श्री सरस्वती अकेडमी स्कुल बासडा, श्री सरस्वती पब्लिक स्कुल कलवल